लैंगिक समानता – सहस्राब्दी का सबसे बड़ा मिथक
By ऋत्विका बनर्जी आजादी के सात दशक से भी ज्यादा समय गुजर चुका है। राजनीति,विज्ञान,अर्थव्यवस्था सहित अनेक क्षेत्रों में स्वतंत्र भारत ने एक लंबा सफर भी तय कर लिया है। ऐसे में यह जानना लाजमी है कि दुनिया को ‘आजादी’ के जरूरत को समझाने वाले हमारे देश में यहां की महिलाएं आज खुद कितनी आजाद …