स्वतंत्र पत्रकारिता की एक अनुकरणीय कोशिश
आसमानी तथा लोकलुभावन मुद्दों की पत्रकारिता की शोर तो आप सब बरबस सुनते ही रहते होंगे लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि शहरों से कोसों दूर गांव-देहात के लोगों के मुद्दों की बात आज के तथाकथित मुख्य धारा की पत्रकारिता में क्यों नहीं होती ! सीधी सपाट बात है, इस तरह के मुद्दों की …