मशहूर पत्रकार और एंकर रवीश कुमार ने चुनाव परिणाम (UttarPradesh Election Result 2022) के पहले अपने बारे में एक बात कही है जिसे लेकर सोशल मीडिया में बड़ी चर्चा है। उन्होंने यह बात अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कही है। 10 मार्च को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का परिणाम (UttarPradesh Election Result 2022) आना है जिसमें उत्तर प्रदेश राज्य का चुनाव परिणाम भी शामिल है। एग्जिट पोल के अनुसार उत्तर प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है।
रवीश कुमार ने फेसबुक पोस्ट के जरिए निशाना साधा
मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित और देश के चर्चित पत्रकार रवीश कुमार ने अपने फेसबुक एकाउंट पर किए पोस्ट में आशंका व्यक्त की है कि अगर उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार(UttarPradesh Election Result 2022)बनती है तो भाजपा समर्थित आई टी सेल के ट्रोलर्स उन को ट्रोल करेंगे। उन पर तरह-तरह के मीम बना कर निशाना साधा जाएगा। क्योंकि पिछले कुछ चुनावी परिणामों के बाद होता है। भाजपा की जीत खुशी को रवीश कुमार को ट्रोल कर के मनाई जाती है।
रवीश कुमार ने लिखा है कि “कल मेरा ख़ूब मीम बनेगा। हर पल चेहरे के भाव पर आई टी सेल की नज़र रहेगी। हार और जीत के हिसाब से चेहरे को फ़िट कर वायरल करेंगे।” रवीश कुमार ने लिखा कि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता रवीश कुमार ने लिखा है कि इन बातों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने आई टी सेल की इस हड़कत पर व्यंग करते हुए लिखा है कि, “लेकिन आप तो मीम बनाएँगे ही तो बना लीजिएगा। बस ये ध्यान रखिएगा कि कहीं आपके नेता से ज़्यादा चर्चा मेरी न हो जाए!”
रवीश कुमार भारतीय मीडिया के मुखर पत्रकार हैं। उन्होंने मीडिया के उस हिस्से पर भी खूब जमकर निशाना साधा है जो आँख मूंद कर केवल सरकार की तारीफ ही करते रहते हैं। रवीश कुमार ने भारतीय मीडिया के उस हिस्से को “गोदी मीडिया” की संज्ञा दी है।
आज 10 मार्च को ही आने वाला है रिजल्ट(UttarPradesh Election Result 2022)
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना (UttarPradesh Election Result 2022) का सियासी गलियारों में बेसब्री से इंजतार हो रहा है। इस राज्य का चुनावी परिणाम का सीधा संबंध केंद्र की मोदी सरकार से होता है। यहां का परिणाम मोदी के इमेज को प्रभावित करने वाला तथा 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने वाला होगा। क्योंकि यहां लोकसभा के 80 सीट हैं। विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन का 2024 के आम चुनाव पर असर पड़ने की उम्मीद है।