प्रधानमंत्री मोदी को ‘घमंडी’ बताया(Narendra Modi)
हरियाणा के दादरी में आयोजित एक सामाजिक कार्यक्रम के दौरान मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की और उनके साथ हुई एक बहस का वाकया भी सुनाया। दरअसल मलिक इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों की खामियां गिना रहे थे और इस कानून के विरोध में किए गए अपने प्रयासों की चर्चा कर रहे थे। इसी क्रम में पीएम मोदी के साथ हुई बहस की एक घटना को सुनाते हुए उन पर घमंडी होने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने बताया कि केंद्र के विवादित कृषि क़ानूनों को लेकर वो एक बार पीएम मोदी(PM Modi) से मिलने गए जहां मात्र 5 मिनट के अंदर उनसे बहस हो गई। उन्होंने बताया कि मोदी इतने घमंड में थे कि 5 मिनटों में ही बहस हो गई। उसकी आलोचना करते रहे मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा कि जब वो इन क़ानूनों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले थे तो तब वो ‘घमंड’ में थे।
किस बात पर मोदी (Modi) जी से झगड़ा हुआ ?
सत्यपाल मलिक ने कहा कि जब मैंने मोदी जी से कहा कि हमारे 500 लोग मर गए तो उन्होंने कहा- मेरे लिए मरे हैं?” मलिक ने तुरन्त पटलवार करते हुए कहा कि “आपके लिए ही तो मरे थे जो आप राजा बने हुए हो”। मलिक ने बताया कि इस तरह मेरा झगड़ा हो गया। फिर मोदी ने कहा कि “आप अब अमित शाह से मिल लो”। और फिर मलिक अमित शाह से मिलने चले गए।
गवर्नर सत्यपाल मलिक ने यह बात हरियाणा में आयोजित कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए बताया। उन्होंने पीम की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी के पास कृषि क़ानूनों को वापस लेने के अलावा कोई और विकल्प भी नहीं था। नए कृषि कानूनों की व्यापक जन विरोध की चर्चा करते हुए सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया कि मोदी के पास कानून वापस लेने के अतिरिक्त कोई अन्य चारा भी नहीं था।
किसानों को एमएसपी पर क़ानून बनाने चाहिए
उस कार्यक्रम में सत्यपाल मलिक के कहा कि किसानों को एमएसपी पर क़ानून बनाने चाहिए जिससे किसानों का इस पर क़ानूनी हक हो सके। लेकिन नए कृषि कानून से किसान का सबकुछसब ख़राब होने वाला था। इसलिए हमें एमएसपी कानूनी गारंटी चाहिए न कि कुछ ऐसा जिससे सब कुछ खराब हो जाए।
उन्होंने कहा कि” किसानों के ख़िलाफ़ कई मामले अभी भी लंबित हैं। सरकार को ईमानदारी दिखाते हुए उन्हें वापस लेना चाहिए। मलिक ने कहा कि सरकार ईमानदारी दिखाए। किसानों पर लंबित मामले वापस लें। सरकार ऐसा कानून बनाए जिससे एमएसपी पर क़ानूनी गारंटी मिल सके।
सत्यपाल मलिक राजनीति के एक चर्चित नाम है। वर्तमान में वो मेघालय के 19वें राज्यपाल हैं। इससे पहले वो बिहार तथा जम्मू कश्मीर के भी राज्यपाल रह चुके हैं। वो जनता दल के तरफ से अलीगढ़ सीट से सांसद भी रहे हैं। जनता दल के बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी से भी चुनाव लड़े थे जिसमें उनकी हार हो गई थी। सत्यपाल मलिक भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
पहले भी पीएम मोदी (prime minister narendra modi)की कर चुके हैं आलोचना
यह कोई पहला मौका नहीं है जब मेघालय के गवर्नर ने पीएम मोदी की आलोचना की है। उनकी पहचान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलोचक के रूप में बन चुकी है। सत्यपाल मलिक कृषि क़ानूनों को लेकर कई बार केंद्र सरकार तथा पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना कर चुके हैं। इससे पहले पिछले साल नवंबर में ही जयपुर के एक कार्यक्रम दौरान उन्होंने मोदी की आलोचना की थी। किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए उन्होंने नए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए कहा था कि जब भी वो इस मुद्दे पर बोलते हैं तो उनको आशंका होने लगती है कि दिल्ली से कुछ ही दिनों में बुलावा आ जाएगा। यानी उन्हें गवर्नर के पद से हटा दिया जाएगा।
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