BY योगेंद्र लांजेवार
07/05/2022 (रायपुर)
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं पंचायती राज मंत्री टी एस सिंहदेव (T. S. Singh Deo) इन दिनों बस्तर के दौरे पर हैं। दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी के मंदिर में पूजा अर्चना के बाद उनकी बस्तर दौरे की शुरुआत हुई। इसी क्रम में उन्होंने दंतेवाड़ा में अचानक ही जिला अस्पताल का दौरा किया और वहां के अनियमितताओं पर नाराजगी जाहिर की। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव (T. S. Singh Deo) ने जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ बैठक की और अस्पताल का जायजा भी लिया।
टी एस सिंहदेव (T. S. Singh Deo) की बड़े क्षेत्रीय नेताओं से नहीं हो पाई मुलाकात
गौरतलब बात यह है कि स्वास्थ्य एवं पंचायती राज मंत्री टी एस सिंहदेव की बैठकों से जिले के कई बड़े कांग्रेसी नेता अनुपस्थित रहे। खबर है कि क्षेत्र के कुछ बड़े कांग्रेसी नेताओं ने मंत्री के दौरे से दूरियां बना ली हैं। इससे राज्य कांग्रेस के अंदर की गुटबाजी का अंदाजा लगाया जा सकता है।
जानकारों का कहना है की बस्तर क्षेत्र के कांग्रेस के बड़े नेताओं का स्वास्थ्य मंत्री की बैठकों से दूरी बनाने का एक कारण ढाई ढाई साल के सीएम वाले फार्मूले का तथाकथित मुद्दा भी हो सकता है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव (T. S. Singh Deo) ने कहा कि हो सकता है की अपनी-अपनी व्यस्तताओं के चलते कांग्रेस के क्षेत्रीय नेता उनसे मुलाकात करने नहीं आए।
दो सालों के बाद ही हो पाई विभागीय समीक्षा बैठक
वहीं ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री के फॉर्मूले पर उन्होंने कहा की अब कांग्रेस हाई कमान को भी जल्द ही स्पष्ट कर देना चाहिए कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन होगा या नहीं।
टी एस सिंहदेव (T. S. Singh Deo)की बैठकों से कलेक्टर और एस पी की गैर मौजूदगी
भी रही चर्चा का विषय
बीते 4 और 5 मई को जगदलपुर और दंतेवाड़ा के दो दिवसीय दौरे पर उनकी मीटिंग्स से कलेक्टर और एसपी नदारत रहे। टी एस सिंहदेव ने कहा की जगदलपुर और दंतेवाड़ा दोनो जिलों के कलेक्टर और एसपी को कम से कम शिष्टाचार और व्यवहार वश ही सही पर जब एक मंत्री दौरे पर है तो उन्हें मिलने आना चाहिए। समाज में एक व्यवस्था और शिष्टाचार हैं जिसका की सबको पालन करना चाहिए।
लगभग दो सालों के बाद विभागीय समीक्षा बैठकों के लिए बस्तर दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री की यह टिप्पणी चर्चा का विषय बन गई है।
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