यह जानना रोचक बात है कि दुनिया की मुस्लिम लॉबी (OIC) भारत के बारे में क्या कहती है। भारतीय राजनीति के केंद्र में अभी हिंदुत्व का जमकर प्रयोग किया जा रहा है। हालंकि आजादी के तुरंत बाद ही देश की राजनीती में धार्मिक तुष्टिकरण का महत्व बढ़ गया लेकिन धर्म को राजनीति के केंद्र में आने में लगभग एक दशक से ज्यादा का समय लग गया। फ़िलहाल देश के सभी चुनावों में यानि चाहे लोकसभा का चुनाव हो या राज्यों के विधानसभाओं का चुनाव, “हिंदुत्व” जीतता है या है “हिंदुत्व” ही हारता है।
धार्मिक मतभेदों आधार पर वोटों के ध्रुवीकरण का तरीका केवल भारत का ही नहीं है बल्कि अमेरिका सहित कई देश ऐसा ही करते हैं। यही कारण है कि भारत में जहां “इस्लामोफोबिया” का उपयोग किया जाता है और अमेरिका में “हिन्दूफ़ोबिया” के उपयोग की शुरुआत हो चुकी है।देश के अंदर मुस्लिम के बारे में बहुत कुछ कहा जाता है। लगभग सभी पार्टियों के नेताओं के विचारों से आप अवगत तो होंगे ही। लेकिन एक सवाल पैदा होना लाजमी है कि दुनिया की मुस्लिम लॉबी भारत के बारे में क्या कहती है।
प्यू रिसर्च के अनुसार, भारत में मुस्लिम आबादी में बढ़ोतरी हो रही है। दुनिया की कुल मुस्लिम आबादी का 11.1प्रतिशत आबादी भारत में रहता है और पाकिस्तान में दुनिया की कुल आबादी का 10.5 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या रहती है। भारत से अधिक जनसंख्या इंडोनेशिया में रहती है। यहां दुनिया की कुल मुस्लिम आबादी का 12.6 प्रतिशत जनसंख्या रहती है।
इसका मतलब यह है कि इंडोनेशिया के बाद सबसे ज़्यादा मुस्लिम जनसंख्या भारत में रहती है। प्यू रिसर्च के अनुसार, साल 2060 तक दुनिया सबसे अधिक मुसलमान भारतीय होंगे और दूसरे नंबर पर पाकिस्तान होगा।
“प्यू रिसर्च सेंटर” एक ऐसी संस्था है जो बगैर किसी पक्षपात किए “फैक्ट (तथ्य) टैंक” की तरह काम करता है। यह संस्था जनमत सर्वेक्षण, जनसांख्यिकीय अनुसंधान तथा अन्य समाजशास्त्रीय प्रयोगों के द्वारा जनसांख्यिकीय अनुसंधान, तथ्य विश्लेषण और अन्य डेटा-संचालित सामाजिक विज्ञान अनुसंधान करत हैं।
सऊदी के किंग ने भारत को ओआईसी(OIC) में पर्यवेक्षक का दर्जा देने पर जोर दिया
भारत में बड़ी मुस्लिम आबादी होने के कारण सऊदी के किंग ने भारत को ओआईसी (OIC)में पर्यवेक्षक का दर्जा देने पर जोर दिया है। सऊदी अरब के किंग अब्दुल्लाह बिन अब्दुल अज़ीज़ ने साल 2006 में ही यह बात कही थी। उनके अनुसार भारत को ओआईसी(OIC) में पर्यवेक्षक का दर्जा इसलिए मिलना चाहिए कि यहां मुस्लिम आबादी अधिक है। उन्होंने कहा था कि भारत के लिए यह प्रस्ताव पाकिस्तान को पेश करना चाहिए।
पाकिस्तान करता है विरोध
पाकिस्तान इस तर्क के आधार पर इस प्रस्ताव का विरोध करता है कि ओआईसी(OIC) में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त करने वाले देश का ओआईसी के किसी भी सदस्य देश के साथ किसी भी तरह के विवाद नहीं होनी चाहिए। लेकिन दुनिया की मुस्लिम लॉबी चाहता है कि भारत को ओआईसी (OIC) में पर्यवेक्षक का दर्जा मिलना चाहिए।
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